वीडियो जानकारी:<br /><br />शब्दयोग सत्संग<br />३० नवम्बर २०१४<br />अद्वैत बोधस्थल<br /><br />दोहा:<br />आजा का घर अमर है, बेटा के सिर भार।<br />तीन लोक नाती ठगे, पंडित करो विचार ||<br /><br />प्रसंग:<br />आजा का क्या अर्थ है?<br />केंद्र पर है जीवन शांत, सतह पर रहे तो मन आक्रांत<br />मै हूँ कहने से क्या आशय है?